जामुन में मौजूद गुड़मारीन (gudmarin) संघटक मधुमेह में इंसुलिन के प्रभाव को कम करता है।और रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करता है ।
जामुन में एंटीबैक्टीरियल गुण जो बैक्टीरियल इंफेक्शन को फेलने या लड़ने में मदद करता हैं। इससे दस्त की समस्या को दूर करता है ।
जामुन में विटामिन C,विटामिन ए,फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व होते हैं,जो गर्भावस्था के दौरान माँ और शिशु के लिए फायदेमंद है।
जामुन में अंथोसियानिन (Anthocyanin)नामक तत्व पाए जाते हैं, जो पथरी बनने की प्रक्रिया को अवरोधित करता है। और पथरी के उत्पादन को नियंत्रित करता है ।
जामुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स कान के इन्फेक्शन और सूजन को कम करके आपको राहत देती हैं।
जामुन में फाइबर मात्रा पाई जाती है,जो पाचन को सुधार और भोजन को पाचन में मदद करता हैं। और संक्रमण और एसिडिटी को कम करता है।
जामुन में फाइबर मात्रा अधिक होती है,जो आपके शरीर की केलोरी कम करता हैं ,और मोटापा (Obesity ) को कंट्रोल रखता हैं|
जामुन में पाए जाने वाले विटामिन सी,पोटैशियम और एंथोसाइयनिन रक्तचाप को नियंत्रित करता है और यह रक्त परिसंचरण को सुधारकर ह्रदय स्वस्थ्य ठीक करता है।
जामुन में एंटीइन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण अर्श संबंधित समस्याओं को दूर करता हैं। और छाले,दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता हैं।
जामुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स गुण दांतों के दर्द को कम करने और मसूड़ों की संक्रमण से बचाने में मदद करता हैं।और बदबू दूर कर मुंह को ताजगी बढ़ता हैं।