इमली कच्ची हो या पकी हुई हो स्वास्थ्य के लिए दोनों फायदेमंद होती है। इसमें मौजूद न्यूट्रिएंट्स जैसे पोटेशियम ब्लड प्रेशर,विटामिंस और कैल्शियम तथा जोड़ों का दर्द दूर करने में फायदेमंद है। इमली सीमित मात्रा में खाना चाहिए। ज्यादा इमली खाने से खून पतला होता जाते है और ब्लड प्रेशर कम होने की संभावना रहती है।
इमली में फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते है जो इमली में मौजूद हाइड्रॉक्सिल एसिड फैट को कम करता इसके सेवन से पेट भरा रहता है और भूख नहीं लगती है जिससे आप ज्यादा खाने से बचते हैं और यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है
इमली के गूदे में अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड होता है, जो त्वचा को एक्सफोलिएट करने में मदद करता है जो उम्र से संबंधित धब्बों और दाग-धब्बों को कम करते हैं और आपकी त्वचा को साफ रखते हैं
इसमें मौजूद विटमिन C फ्री रेडिकल्स का असर कम करके दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है इनमे पोटैशियम की भरपूर मात्रा होती है इसलिए ये हाई ब्लड प्रेशर और कलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं को खत्म करने मे मदद करती हैं इनके सेवन से ब्लड प्रेशर और कलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहते हैं
इनके बीज में पाया जाने वाला यह खास गुण मेटाबॉलिक सिंड्रोम (हाई ब्लड शुगर, हाई-कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप, हाई ट्राइग्लिसराइड्स और मोटापा संबंधी समस्याएं) को दूर करने की क्षमता रखता है साथ ही यह भूख को कम कर सकता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिल सकती है
यह औषधीय गुण, आंतों में गड़बड़ी, भोजन जनित रोग और यौन संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया के खिलाफ काम कर सकते हैं साथ ही इसमें एंटीसेप्टिक प्रॉपर्टीज भी होती हैं जो इंफेक्शन को हील करने में मदद कर सकती हैं।
5.एंटी-बैक्टीरियल
इनमें विटामिन-C राइबोफ्लेविन और जिंक काफी मात्रा में पाए जाते हैं इन तीनों तत्वों की कमी के कारण बालों से संबंधित समस्याएं जैसे – बालों की जड़ों का कमजोर होना और बालों का झड़ना आदि बालों से जुड़ी कई समस्याओं को हल करने में मदद करती हैं
इसे विटामिन C से भरपूर माना जाता है. इमली एक खट्टा फल है, खट्टे फलों में विटामिन C अच्छी मात्रा में पाया जाता है. इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए आप इमली को डाइट में शामिल कर सकते हैं